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North Korea: ऐसा देश जहां बुनियादी अधिकारों को भी तरसते हैं लोग

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Why is North Korea a dictatorship?

ऐसा देश जहां बुनियादी अधिकारों को भी तरसते हैं लोग
North Korea Facts

उत्तर कोरिया के बारे में तो लगभग सभी जानते होंगे। और यहां के तानाशाह किम जोंग उन के बारे में भी अक्सर खबरें आती रहती हैं। पूर्व में जापान सागर और पश्चिम में यैलो सी के बीच में बसा ये देश अपने अस्तित्व में आने के बाद से ही तानाशाही झेल रहा है।

आज हम आपको उत्तर कोरिया के उन सारे तथ्यों को बताएंगे जिससे आपको ये पता लगेगा कि दुनिया में ऐसा देश भी है जहां लोगों को बोलने का अधिकार भी नहीं है। तानाशाह किम जोंग ने लोगों पर कई तरह के प्रतिबंध लगा रखे हैं हालांकि समय-समय पर अन्य देशों और यूएन द्वारा आलोचना की जाती रही है पर किम जोंग के सामने ये सबकुछ बेमानी है।

दूसरे विश्वयुद्ध के बाद से अस्तित्व में आया उत्तर कोरिया में तभी से ही तानाशाह शासन चला आ रहा है। उत्तर कोरिया में किम-जोंग-उन के बनाए कायदे-कानून लागू किए जाते हैं और देश के सभी नागरिकों को इसका पालन करना पड़ता है।


💥जींस और हेयरकट पर पाबंदी:

उत्तर कोरिया में लोगों के जींस पहनने पर मनाही है फिर चाहे पुरूष हो या महिला। अगर कोई भी इस नियम का उल्लंघन करता है फिर उसे सजा दी जाती है। यहां तक किम जोंग ने यहां के नागरिकों पर अपनी पसंद का हेयर स्टाइल रखने पर पाबंदी लगा रखी है। यहां पुरूषों के लिए 10 और महिलाओं के लिए 28 तरह के हेयर स्टाइल का चुनाव कर रखा है और यहां के लोगों को इसका पालन करना पड़ता है। 


💥बाइबल पढ़ने की मनाही:


उत्तर कोरिया में बाइबिल नहीं पढ़ सकते और अगर यहां कोई नागरिक बाइबल पढ़ते हुए पकड़ा गया फिर उसकी सजा सिर्फ मौत है।


💥नहीं है असहमत होने का अधिकार:

यहां तक कि जिस मीडिया का काम सच को उजागर करना होता है, वहां के न्यूज चैनल, मैगजीन, न्यूजपेपर की ज्यादातर खबरों में सरकार के काम की तारीफी पुलें ही बांधी जाती हैं। यहां जितने भी न्यूज चैनल हैं सारे सरकारी हैं एक भी प्राइवेट न्यूज चैनल यहां नहीं हैं।

यहां पर किसी को सरकार से असहमत होने का अधिकार भी नहीं है। यहां पर किसी भी नागरिक ने सरकार की आलोचना की तो फिर उसकी फांसी की सजा दी जाती है। एमनेस्टी इंटरनेशनल के एक रिपोर्ट मुताबिक हजारों लोग जेल और कैंपों में हैं क्योंकि उन्होंने सरकार से असहमति जताने का साहस किया था।

यहां के नागरिक दूसरे देशों के प्रसारण को भी सुन और देख नहीं सकते और देखने या सुनने की कोशिश की भी तो उन्हें सख्त सजाएं दी जाती हैं। आज इंटरनेट कुछ लोगों के लिए सांस लेने जैसी जरूरत बन गया हो लेकिन उत्तर कोरिया में नागरिकों के इंटरनेट चलाने पर मनाही है।

यहां इंटरनेट का इस्तेमाल केवल किम जोंग और उनके कुछ विश्वासपात्र ही कर सकते हैं। यहां के लोग चुनिंदा ही वेबसाइट्स चला सकते हैं और इन पर नजर रखी जाती है। यहां पर एडल्ट फिल्में देखने पर सख्त मनाही है और कोई देखता भी है तो उसे मौत की सजा दे दी जाती है।


💥टूरिस्टों को नहीं है, नागरिकों से बातचीत की इजाजत:

अगर आप उत्तर कोरिया की यात्रा करने की सोच रहे हैं तो आप वहां मोबाइल फोन और कैमरा आदि लेकर नहीं जा सकते। यहां तक कि यहां टूर के दौरान आप सिर्फ अपने गाइड से ही जो भी बातचीत करना चाहते हों तो करेंगे। आम नागरिकों से दूसरे देशों के लोगों की बातचीत पर यहां पाबंदी है।

यहां तक कि उत्तर कोरिया के लोगों को देश छोड़ने की इजाजत नहीं है और अगर किसी को कुछ काम की वजह से जाना भी हो तो इसके लिए विशेष रूप से सरकार से इजाजत लेनी पड़ेगी। मतलब कुछ टर्म्स एंड कंडिशन होंगे जिनका पालन करते हुए यहां के नागरिक अन्य देशों की यात्रा कर सकते हैं।


💥राजधानी में नहीं रह सकते आम नागरिक:

उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग में केवल वही लोग रह सकते हैं, जो किसी तरह का काम कर रहे हों या सरकारी नौकरी से जुड़े हों बाकी लोगों को राजधानी में रहने की इजाजत नहीं है।


💥कार रखने के लिए लेनी होगी परमिशन:


इस देश के नागरिक कार में नहीं घूम सकते क्योंकि यहां के सरकार ने लोगों के कार खरीदने पर पाबंदी लगा दी है। सरकारी क्षेत्र के ही कुछ लोगों को यहां कार खरीदने की आजादी है। अगर आप कार खरीदना चाहते भी हैं, तो इसके लिए आपको अलग से परमिशन लेनी पड़ेगी।

उत्तर कोरिया में गरीबी काफी ज्यादा है, इसलिए किम जोंग ने गरीबी छुपाने के लिए भिखारियों की फोटो खिंचने पर पाबंदी लगा दी है। यहां के ज्यादातर नागरिक खाने के लिए यूएन की मदद पर निर्भर हैं।

इस तरह की पाबंदियां देखकर ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां के नागरिकों को दूसरे देशों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होगी और ना ही उन्हें ये पता होगा कि दूसरे देशों के लोग उनके देश के बारे में क्या सोचते हैं या पूरी दुनिया में क्या चल रहा है इस बात का भी पता उन्हें मुश्किल से ही लगता होगा।

उत्तर कोरिया में सदियों से लोगों के बीच एक धारणा बनी हुई है या बनाई गई है कि यहां की सरकार उनके लिए भगवान के समान है। यहां का नागरिक अगर किसी तरह का जुर्म करते हुए पकड़ा गया या फिर उसका दोष सिद्ध हो गया फिर तो उसे तो सजा मिलती ही है पर साथ ही साथ उसकी आने वाली तीन पीढ़ी को भी सजा भुगतना पड़ता है।

यहां के कानून के मुताबिक पांच साल के बाद चुनाव तो होते हैं पर इन चुनावों में सिर्फ एक ही उम्मीदवार होता है किम जोंग।

उत्तर कोरिया और अमेरिका में अक्सर तनातनी की खबरें आती रहती हैं। किम जोंग किसी की नहीं सुनते यहां तक कि उन्होंने अमेरिका का नेवी जहाज अपने कब्जे में ले लिया है।


अपना बहुमूल्य समय देने के लिए आपका ,सहृदय धन्यवाद !!!

💬 सहयोग: नबीला शागुफ़ी

नोट:  प्रिय पाठकों, आपसे विनम्र निवेदन है यदि आपको इस लेख में कही भी , कोई भी त्रुटि नजर आती है या आप कुछ सुझाव देना चाहते है, तो कृपया नीचे दिए गए टिप्पणी स्थान ( Comment Box) में अपने विचार व्यक्त कर सकते है, हम अतिशीघ्र उस पर उचित कदम उठायेंगे ।

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