Home Top Ad

Origami Competition 2020: कागज से कलाकारियों का नाम है - 'ओरिगेमी’

Share:

कागज से कलाकारियों का नाम है- ‘ओरिगेमी’

कागज से कलाकारियों का नाम है - 'ओरिगेमी’
Origami

बचपन में हम सबने पानी में कागज की कश्तियां चलाई हैं, हवा में प्लेन उड़ाए हैं, किसी को डराने के लिए कागज के सांप भी बनाए हैं तो वहीं अपनी क्रिएटिविटी दिखाने के लिए कई तरह के कागज के फूल भी बनाए हैं। कागज से बनाए जाने वाले इस आर्ट को हम सबने ट्राय जरूर किया है पर हम में ज्यादातर इसके नाम से अंजान होगें। 

बचपन में ना जाने कितनी चीजें कागजों से बनाई हैं पर तब हमें ये नहीं पता था कि इस आर्ट को क्या कहते हैं, या फिर इसकी शुरूआत कैसे हुई? इस तरह के सवाल अब भी मन में छुपे होंगे। चलिए जानते हैं कागज से बनाए जाने वाली इस कला की कहानी...

ओरिगेमी आर्ट का जन्म:

कागज की बनाए गए इस कला को ओरिगेमी के नाम से जानते हैं। यह जापानी शब्द है और इसका अर्थ है मुड़ा हुआ कागज। पहले इस आर्ट को ओरिकाता के नाम से जानते थे जिसका अर्थ मुड़ा हुआ शेप होता है। 1880 में इसका नाम ओरिकाता से ओरिगेमी हो गया। 

वैसे हम सबने बचपन में इस आर्ट का नाम जाने बिना, इस आर्ट बनाया है तो हमें ये पता है कि इस आर्ट को बनाने में कागज को न ही काटते हैं और न ही इसे चिपकाया जाता है।

आज लोगों का इस कला की तरफ तेजी से रूझान बढ़ा है क्योंकि इस कला को बनाने में न तो ज्यादा वक्त लगता है और ना ही ज्यादा पैसे लगाने होते हैं। पर जब कागज महंगा हुआ करता था तो इस कला की पहुंच महज चंद लोगों तक ही थी। 


शुरुआत में जापानी मोंक्स ने इस कला का इस्तेमाल धार्मिक कामों के लिए किया। उस समय ओरिगेमी का प्रयोग शादी जैसे समारोह में किया जाने लगा। जैसे शादियों में कागज की तितलियां बनाईं जाने लगीं। वहीं कुछ मौकों पर इसे ईमानदारी और पवित्रता के प्रतीक में दिया जाने लगा, जिसे त्सुत्सुमी का नाम दिया गया। 

कागज के अविष्कार के साथ शुरू हुए इस कला का इस्तेमाल गिफ्टस आदि देने के लिए बॉक्स बनाए जाने के लिए किया जाता था। इस कला को बाद में चीन ने भी अपनाया। पर यूरोप और चीन में इस्तेमाल किए जा रहे इस कला को बनाने के लिए कागज को काटा भी जाने लगा पर जापान में इस काट कर बनाए जाने वाले आर्ट के लिए किरिगामी शब्द का इस्तेमाल किया जाता है। 

वैसे तो इस आर्ट को देखने के बाद लगता है कि इसे किसी भी तरह के पेपर से बनाया जा सकता है पर असल में इस आर्ट को बनाने के लिए खास तरह के कागज का इस्तेमाल किया जाता है। 

💥एक हजार पेपर क्रेन बनाने का जुनून:

जापान में ओरिगेमी को लेकर एक दिलचस्प कहानी है। सादा को सासा की, जो अमेरिका द्वारा हिरोशिमा पर किए गए परमाणु अटैक की वजह से प्रभावित हो गई थीं और काफी बीमार पड़ गई थीं। उन्हें ये पता लगा कि जापान के एक मिथ के अनुसार, एक हजार पेपर क्रेन बनाने कर जो भी विश मांगी जाती है वो पूरी होती है।


ये कहानी जानने के बाद जापान की साडाको सास्की ने दुनिया में शांति और अपने सेहत के लिए पेपर क्रेन बनाने शुरू कर दिए। उन्होंने कुल 644 पेपर क्रेन बनाए थे और उनकी मौत हो गई। बाकी के क्रेन उनके दोस्तों ने बनाए और उन्हें उनके एक हजार पेपर क्रेन के साथ दफन किया गया।  

फादर ऑफ ओरिगेमी:

इस कला को लोकप्रिय बनाने का श्रेय जापान के अकिरो योशिजावा को दिया जाता है। इन्होंने कागज से मेढ़क, मछली, क्रेन आदि बनाने शुरू किए थे। अकिरो योशिजावा को ओरिगेमी आर्ट का फादर भी माना जाता है। उन्होंने वेट फोल्डिंग और कई अलग तरह के ओरिगेमी के स्टाइल से दुनिया को रूबरू कराया। उनके काम को लेकर 2016 में ओकिरा योशिजावा नाम की एक किताब भी पब्लिश हुई है।  

ओरिगेमी के अलग-अलग स्टाइल:

हालांकि अब इस आर्ट को तैयार करने में तरह-तरह के एक्सपेरिमेंट किए जाने लगे हैं। अब अलग-अलग तरह के स्टाइल्स का इस्तेमाल होने लगा है जैसे- 

रियलिस्टिक ओरिगेमी:
इस रियलिस्टिक यानी हकीकी रूपी इस आर्ट का मकसद किसी भी चीज की खासियत पर फोकस रखना होता है। इसे इस मकसद से बनाया जाता है कि हम जो भी डिजाइन इस आर्ट की मदद से बना रहे हैं उसके जरिए हम क्या दिखाना चाहते हैं वो खुलकर दिखा पाएं। 


वैसे तो ओरिगेमी आर्ट को बनाने मिनट्स ही लगते हैं पर अगर रियलिस्टिक ओरिगेमी बनाना चाहते हैं तो फिर इसमें थोड़ा ज्यादा वक्त लग सकता है। क्योंकि रियलिस्टिक ओरिगेमी को बनाना थोड़ा पेचीदा हो सकता है क्योंकि इसमें एक से ज्यादा कागजों का भी इस्तेमाल होता है। 

मिनिमल स्टाईल ओरिगेमी:
जैसा इसका नाम है मिनिमल स्टाईल ओरिगेमी बनाने के लिए कम से कम फोल्ड में चीजें बनानी होती हैं। 

मॉड्यूलर ओरिगेमी:
इस तरह के स्टाइल का इस्तेमाल तकनीकी फील्ड में किया जाता है जिसमें किसी तरह के मॉड्यूल के जरिए किसी चीज को दर्शाना हो। इसके लिए एक से ज्यादा पेपर का इस्तेमाल किया जाता है। 

प्रैक्टिकल ओरिगेमी:
इस तरह के स्टाइल में रोजमर्रा की चीजें बनाई जाती हैं जैसे, लिफाफे, बॉक्सेज, कप्स वगैरह। 

क्रंपल्ड या क्रश्ड ओरिगेमी:
इस स्टाइल में डिजाइन बनाने के लिए कागज को पहले तोड़ मरोड़ दिया जाता है। 

वेट फोल्डिंग ओरिगेमी: 
इसमें पहले को पेपर को भीगा दिया जाता है और थोड़ा गीला होने के बाद उसे मनचाहा आकार दे देते हैं। इस तरह से पेपर आसानी से मुड़ जाता है और सूखने के बाद खुलता भी नहीं है। 

अपना बहुमूल्य समय देने के लिए आपका ,सहृदय धन्यवाद !!!

💬 सहयोग: नबीला शागुफ़ी 

नोट:  प्रिय पाठकों, आपसे विनम्र निवेदन है यदि आपको इस लेख में कही भी , कोई भी त्रुटि नजर आती है या आप कुछ सुझाव देना चाहते है, तो कृपया नीचे दिए गए टिप्पणी स्थान ( Comment Box) में अपने विचार व्यक्त कर सकते है, हम अतिशीघ्र उस पर उचित कदम उठायेंगे ।

कोई टिप्पणी नहीं

Please do not enter any spam Link in the comment box. If you have any queries, Let me know!